फैक्ट चेक: राहुल गांधी ने नहीं स्वीकार किया भेंट की गई विट्ठल की मूर्ति, जानिए वायरल वीडियो का सच

राहुल गांधी ने नहीं स्वीकार किया भेंट की गई विट्ठल की मूर्ति, जानिए वायरल वीडियो का सच
  • राहुल गांधी से संबंधित वीडियो पोस्ट वायरल
  • भगवान विट्ठल की मूर्ति नहीं स्वीकारने का दावा
  • जानिए वायरल पोस्ट का सच

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। वायनाड सांसद और कांग्रेस नेता राहुल भारत के भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आज अंतिम दिन था। 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई यह यात्रा आज मुंबई में खत्म हुई। इस दौरान सोशल मीडिया पर राहुल गांधी से जुड़ा एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति राहुल गांधी को भगवान विट्ठल की प्रतिमा भेंट कर रहा है। इस दौरान दूसरा व्यक्ति उसे प्रतिमा देने से रोकता है और साइड कर देता है। यूजर्स इस वीडियो को पोस्ट कर दावा कर रहे हैं कि राहुल गांधी ने भेंट की गई भगवान की प्रतिमा को लेने से मना कर दिया।

दावा - दीप्ति सिंह छाबरा नाम की फेसबुक यूजर ने 15 मार्च को वायरल वीडियो अपने अकाउंट से शेयर किया है। वीडियो पोस्ट करते हुए यूजर ने कैप्शन में लिखा, "राहुल गांधी के नकली हिन्दू बनने के प्रयास में कुछ न कुछ कमी रह ही जाती है! ऊपर से किया गया प्रयास और अन्दर भरी हुई नफरत उसे सफल नहीं होने देती! महाराष्ट्र के नासिक में कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने भगवान विट्ठल की मूर्ति राहुल गांधी को देने की बहुत कोशिश की लेकिन, उसे असफलता ही हाथ लगी! राहुल गांधी उसे हाथों से धक्का देकर दूर कर देते थे और मूर्ति लेने से इनकार कर दिया कार्यकर्ता ने कई बार कोशिश की लेकिन हर बाल राहुल गांधी ने अस्वीकार कर दिया ! यह ईसाई परिवार हिंदू धर्म से बेहद नफरत करता है।"

पड़ताल - वायरल वीडियो के साथ किए जा रहे दावे की सच्चाई जानने के लिए हमारी टीम ने पड़ताल शुरू की। वीडियो के कई कीफ्रेम्स निकालकर हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल के जरिए जानकारी जुटाने की कोशिश की। इस दौरान हमें ऑरिजनल वीडियो राहुल गांधी के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर मिला। इसे 14 मार्च को लाइव प्रसारित किया गया था। वीडियो में 17 मिनट के कीफ्रेम से वायरल क्लिप को देखा जा सकता है। वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कुछ ही सेकेंड बाद राहुल गांधी ने भगवान विट्ठल की मूर्ति स्वीकार कर ली है।

ऑरिजनल वीडियो से साफ है कि राहुल गांधी भेंट की गई मूर्ति स्वीकार कर लेते हैं। जांच से यह साफ हो गया कि आधे-अधूरे वीडियो को गलत दावे के साथ पेश किया जा रहा है। वीडियो क्लिप के साथ किया जा रहा दावा गलत है। हमारी पड़ताल में वायरल पोस्ट झूठा साबित हुआ।

Created On :   17 March 2024 11:55 AM GMT

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